जिन्दल सॉ लिमिटेड की एम डी और स्वयं की संस्थापक-अध्यक्ष, सुश्री स्मिनू जिंदल ने कहा- “सीआईआई एक्सीलेंस इन डिसएबिलिटी इनक्लूज़न अवॉर्ड्स की जूरी सदस्य होना मेरे लिए वास्तव में गर्व की बात
जिन्दल सॉ लिमिटेड की एम डी और स्वयं की संस्थापक-अध्यक्ष, सुश्री स्मिनू जिंदल ने कहा-
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सीआईआई एक्सीलेंस इन डिसएबिलिटी इनक्लूज़न अवॉर्ड्स की जूरी सदस्य होना मेरे लिए वास्तव में गर्व की बातहै। सीआईआई वर्ष 2010 से सभी को साथ लेकर चलने वाली औद्योगिक प्रथाओं की प्रबल समर्थक रही है, और यह पुरस्कार उन संस्थाओं को पहचान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इस दिशा में ठोस प्रयास कर रही हैं।
सुगम्यता कोई विशेषाधिकार नहीं, बल्कि एक मौलिक अधिकार है, जो समान भागीदारी, गरिमा और सशक्तिकरण को संभव बनाता है। आज का दिन केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक आह्वान है—बाधाओं को तोड़ने और सभी के लिए वास्तव में समावेशी भविष्य बनाने का।
हमें कुल 75 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो यह दर्शाते हैं कि समावेश की दिशा में गति स्पष्ट रूप से बढ़ रही है। मैं विजेताओं को हार्दिक बधाई देती हूं और भारत को अधिक समावेशी बनाने की दिशा में सभी प्रतिभागियों की प्रतिबद्धता की सराहना करती हूं।
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