गौरैया संस्कृति संस्थान द्वारा विवाह संस्कार गीत की कार्यशाला की पांचवा दिन

 संवाददाता लखनऊ       संस्था की संस्थापक रंजना मिश्रा ने बताया कि आज 7/12/23 को पांचवे दिन वरिष्ठ लोकगायिका रीना टण्डन जी ने सेहरागीत-तुम पहनो नौशे साहब...जयमाल गीत-सिया कर सोहे जयमाल...भांवर गीत-बहना घूमों री भांवर साथ रे....आदि गीत सिखाई। कार्यशाला में गणेश वन्दना से शुभारंभ कर देवी गीत के बाद तिलक, मेंहदी,सुहाग, विवाह, जयमाल, भांवर, ज्योनार, गारी,नकटा इत्यादि गीत सिखाई और जो छूट गई है वो शेष दो दिन में सिखाएगी।व उसकी प्रस्तुतिकरण भी करेंगी।
ऑनलाईन कार्य शाला में गुङगांव से भारती श्रीवास्तव, चंडीगढ से शशि वर्मा, हैदराबाद से आशा श्रीवास्तव,सतना से आशा तिवारी रचना,शिखा श्रीवास्तव, सुमन शर्मा,कानपुर से कल्पना सक्सेना,व ऑफ लाइन में आभा शुक्ला,अपॆणा सिंह, आशा श्रीवास्तव, सुषमा प्रकाश, कविता सिंह , अनिता,शशि सिंह,रचना रश्मि उपाध्याय,संगीता,नीलम,सुनीता,आभा मिश्रा,सहित लगभग 30महिलाएं विवाह गीत सीख रही है।ढोलक पर टीटू साथ दे रहे है ।इस कार्यशाला की प्रस्तुतिकरण अवध शिल्प ग्राम के अवध महोत्सव मे दस(10)दिसम्बर को होगा।सभी लोग आये और विवाह संस्कार के गीत का आनंद उठाएं।

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