महिलाओं के द्वारा मनाया गया होटल ईशानिका में तीज उत्सव


 सावन के पवित्र महीने में12 अगस्त को गोमतीनगर मे तीज उत्सव 2023 मेघना माथुर, आद्या त्रिवेदी ,वंदना त्रिपाठी, अंजलि शर्मा जी द्वारा आयोजित किया गया | माहिलाओं ने इस कार्यक्रम को सावन के गीतों से और भी खूबसूरत बना दिया | सोलह श्रृंगार कर महिलाओ ने प्रतियोगिताओं मे हिस्सा लिया और ईनाम् जीते | तीज क्वीनके द्वारा ईशानिका होटल में तीज का पर्व मनाया गया तीज के पर्व में लगभग 200 महिलाओं ने भाग लिया
 तीज क्वीन की इनाम जीतने वाली Malti pandey
Arpita jain रही

Runner-up Aarti Sinha
                     Kirti pansey
हिंदू कैलेंडर के हिसाब से भादो मास के कृष्ण पक्ष के तीज को कजरी तीज के रूप में मनाया जाता है दूसरे तीज त्योहारों के हिसाब से या अलग कजरी तीज मनाया जाता है यह तीज का पर्व सुहागन औरतों  के लिए महत्वपूर्ण त्योहार होता है इस तीज को मेघा माथुर ने होटल ईशानिका में अपने लोगों के साथ बड़े धूमधाम से मनाया स्पीक पार्टी में खास रहा कि यहां पर सभी महिलाओं के लिए खाने-पीने और खूब धूमधाम के साथ तीज का गीत हुआ सभी लोगों ने खूब बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और खूब मनोरंजन किया
 मेघना माथुर ने बताया यह तीज का उत्सव इसलिए भी खास हो जाता है क्योंकि महिलाएं घर में हमेशा व्यस्त रहती हैं सुबह से लेकर शाम तक उनको समय नहीं मिल पाता जिसको देखते हुए हमने यह पार्टी एक ऐसी जगह पर आयोजित किया ताकि महिलाएं एक जगह एकत्रित हो सके और सभी अपने मिलने वालों से मिलजुल कर खूब मस्ती करें और कुछ समय अपना निकाल कर थोड़ा आनंद ले और मस्ती करें मेघना माथुर ने इस कार्यक्रम को खास बनाने के लिए कड़ी मेहनत करी
कजली तीज मनाने का तरीका (Kajari Kajli Teej Pooja Vidhi)

कजली तीज को निम्न तरह से मनाया जाता है :

• इस दिन हर घर में झूला डाला जाता है. और औरतें इस में झूल कर अपनी ख़ुशी व्यक्त करती है.

इस दिन औरतें अपनी सहेलियों के साथ एक जगह इकट्ठी होती है और पूरा दिन नाच गाने मस्ती में बिताती है.

औरतें अपने पति के लिए व कुआरी लड़की अच्छे पति के लिए व्रत रखती है.
तीज का यह व्रत कजली गानों के बिना अधूरा है. गाँव में लोग इन गानों को ढोलक मंजीरे के साथ गाते है.

• इस दिन गेहूं, जौ, चना और चावल के सत्तू में घी मिलाकर तरह तरह के पकवान बनाते है.

• व्रत शाम को चंद्रोदय के बाद तोड़ते है, और ये पकवान खाकर ही व्रत तोड़ा जाता है.

• विशेषतौर पर गाय की पूजा होती है.

आटे की 7 रोटियां बनाकर उस पर गुड़ चना रखकर गाय को खिलाया जाता है. इसके बाद ही व्रत तोड़ते है.

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