आज संस्थान के समर्पण लॉन में तीन दिवसीय ”आत्मरक्षा कार्यशाला“ का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उदघाटन मा0 जय वीर सिंह जी, कैबिनेट मंत्री, पर्यटन एवं संस्कृति, उ0प्र0 सरकार द्वारा किया गया। कार्यशाला मेंविशिष्ट अतिथि श्री योगेश शुक्ला जी, विधायक बी0के0टी0, श्री आत्म प्रकाश मिश्रा जी, निदेशक दूरदर्शन, श्री नरेन्द्र भदौरिया जी, विशेष अतिथि श्री पुनीत अवस्थी जी, निदेशक डॉ0 आशा स्मृति महाविद्यालय, प्रो0 प्रीति पाण्डेय, आत्मरक्षा प्रशिक्षक की उपस्थिति रही। मा0 मंत्री जी द्वारा सर्वप्रथम समर्पण अस्पताल में अस्पताल संचालक श्री मनीष मिश्रा एवं श्री आशीष दुबे की उपस्थिति में अस्पताल का भ्रमण किया गया तथा भर्ती मरीजों को फल वितरित किया गया। तदोपरान्त श्री ए0के0 पाठक जी द्वारा मंत्री जी को मंदिर में पूजा अर्चना कराई गयी। संस्थान के नर्सिंग कालेज की प्रधानाचार्या एवं फार्मेसी कालेज के प्रधानाचार्य की उपस्थिति में मंत्री जी द्वारा दोनों संकायों का निरीक्षण किया गया। जिसके पश्चात संस्थान के निर्मल ऑडीटोरियम में संस्थापक प्रो0 डॉ0 आर0एस0 दुबे द्वारा मुख्य अतिथि एवं समस्त गणमान्य अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया।
श्री आत्म प्रकाश मिश्रा जी द्वारा बताया गया कि 500 वर्षों की कठिन तपस्या के पश्चात आज भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पूर्ण हुई है जिससे आज भारत का प्रत्येक सनातनी सनातन के बारे में निःसंकोच बात कर सकता है और अपने समाज तथा परिवार को सनातन के बारे में बता सकता है।
श्री नरेन्द्र भदौरिया जी द्वारा बताया गया कि श्री राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिष्ठित की गयी तथा प्रभु श्री राम जी के गर्भ ग्रह में जाने पर एक अलौकिक शक्ति की अनुभूति होती है तथा प्रतिष्ठा के पश्वात भगवान की मूर्ति में एक परिवर्तन देखने को मिला जिसमें प्रभु राम के चेहरे पर अलग ही मुस्कुराहट प्रतीत होती है।
विशिष्ट अतिथि श्री योगेश शुक्ला जी द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा अपने परिक्षेत्र से लाखों की संख्या में भगवान श्री राम का दर्शन करने हेतु निःशुल्क आवागमन का प्रबन्ध किया जिससे श्रद्वालुओं ने हर्षोल्लास के साथ अयोध्या जाकर दर्शन किया।
मुख्य अतिथि मा0 जय वीर सिंह जी द्वारा संस्थान में ”आत्मरक्षा कार्यशाला“ एवं गोष्ठी ”हे श्री राम“ के बारे में विस्तार से बताया गया कि आज प्रत्येक महिला संस्थान में प्रत्येक छात्रा को अपनी रक्षा में आत्मरक्षा करने का पूर्ण अधिकार है और वह इस क्षेत्र में तीव्रता से अपने कदम बढ़ा रही हैं। इस कार्यशाला से इस संस्थान की प्रत्येक छात्रा अपनी आत्मरक्षा के लिए प्रेरित होगी और वह समाज में बिना डरे हुए निःसंकोच कहीं भी आ जा सकती है।
संस्थान की प्रधानाचार्या डॉ0 दीप्ति शुक्ला ने मुख्य अतिथि एवं समस्त गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संस्थान में आयोजित कार्यशाला एवं गोष्ठी को अपने कुशल मार्गदर्शन में सफलता के चरम पर पहुँचाया।
Comments
Post a Comment